होली का त्यौहार

                                                                चित्र - गूगल से साभार



लो आ गया होली का त्यौहार।

रंग लगाओ मुझे और दो प्यार।
है मेरे दिल में ख्वाहिशें हजार।
उमंगों की बारिशे और मौसम की बहार।
लो आ गया होली का त्यौहार॥

मैं करुँगा दोस्तों अपनी गली इन्तजार।
तुम लोग आना लेके रंगों की फ़ुहार।
तुम सब रंग देना मेरा अंग सजीला।
चाहे भले कहता रहूँ मैं हूँ विमार।
लो आ गया होली का त्यौहार॥

जो आ नहीं सकते मेरे गली एक बार।
उनको मुबारक है अभी से यह रंग-त्यौहार।
बहुत याद आ रहे वो सरहदों के पहरेदार।
हम मना रहे त्यौहार वो झेल रहे दुश्मन की ललकार।
लो आ गया होली का त्यौहार॥

साथियों आवो कुछ याद उन्हें भी कर ले।
सिर झुका कर एक पल नमन उन्हें भी कर ले।
उनकी सहादत से मन की अपनी झोली भर ले।
फिर खेलेगें जमकर होली मारेगे रंग-अबीर की फुहार।
लो आ गया होली का त्यौहार॥

आओ खेलेगें फ़िर से होली हुल्हड़ में दोस्तों।
रंग रहेगा पिचकारी या फिर कुल्हड़ में दोस्तों।
लेकिन करेंगे सबको तरबतर मोहब्बत के रंगों में।
जिनको महसूस होता है घुटने टेक दिया होली का प्यार।
लो आ गया होली का त्यौहार, लो आ गया होली का त्यौहार॥