चित्र - गूगल से साभार
कैसा था ये सिलसिला,
मैं तो अचानक हिल गया,
इतने में ही फोन पर,
समाचार भी मिल गया,
भूकम्प का था ये कहर,
नेपाल-भारत हिल गया,
कम्पन्न की इस लहर में,
बहुत कुछ धरा से मिल गया,
देख कर यह जलजला,
दिल मेरा दहल गया,
हताहत नहीं है कोई,
सुनकर मन मेरा बहल गया,
हजारों-हजार मर गये है
हजारों हो गये है बेघर,
ऐसा अब जानकर,
दिल मेरा पिघल गया,
कैसा था ये सिलसिला,
मैं तो अचानक हिल गया॥