चित्र - गूगल से साभार
लोग जाते-जाते बहुत कुछ कह जाते है,
पाक होते है वो जो हर वार सह जाते है,
हर जुल्म सहा सोचकर शायद बदल जाये,
किसे पता रास्ते इंसान को कहा ले जाते है,
खामोशी छोड़कर कुछ जवाब दे दो दोस्तों,
शायाद चुप रहने से रिश्ते बिखर जाते है,
साये से डरते रहते है बच्चे आज तलक,,
अब अपनी बात किसी से कह न पाते है,
रात भी थककर सो गयी "अतुल" इन्तजार में,
चिराग तो जलते रहते है पर हौसले बुझ जाते है