आज ऐसा कौन है

आज ऐसा कौन है जिसके दामन में कोई गम नहीं,
गम तो बहुत है पर खुशी के बहाने भी है कम नहीं।

यहाँ इंसानों की जिन्दगी बनी है गुलशन गुलाब की,
पर काँट भरी जिन्दगीं की खुबसूरती भी है कम नहीं।

लाख गम समेटकर खुश हुँ अपनी बेदाग जिन्दगी से,
इस दौर में बेदाग जीना भी कयामत से है कम नहीं।

मानता हूँ बहूत छोटी सी है अपनी जिन्दगी दोस्तों,
मगर साथ बिताये पल किसी सदी से है कम नहीं।

हमारी किस्मत ने हमेशा ही हमें धोखा दिया यारों,
वैसे किस्मत की लकीरें मेरे हाथों में है कम नहीं।

गर तुझे चाँद ना मिला तो कोई बात नहीं "अतुल",
तेरा रुतवा भी आज किसी सितारों से है कम नहीं।